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आरक्षण को लेकर मराठा समाज ने दिया ज्ञापन
इन्दौर। श्री क्षत्रिय मराठा नवनिर्माण सेना ने सोमवार को संभागायुक्त कार्यालय का घेराव कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप मराठा समाज को आरक्षण देने की मांग की। सोमवार को हुए इस प्रदर्शन में मराठा समाज के कई पदाधिकारियों के साथ-साथ महिलाऐं भी आरक्षण देने की मांग को लेकर संभागायुक्त कार्यालय पहुंची। वहीं मराठा समाज को आरक्षण नहीं दिए जाने पर समाज ने उग्र प्रदर्शन की भी चेतावनी दी।
श्री क्षत्रिय मराठा नवनिर्माण सेना अध्यक्ष चंद्रकांत कुंजीर एवं क्षत्रिय राजे मराठा संगठन के संजय भाऊ शिंदे ने जानकारी देते हुए बताया कि अगर सरकार ने मराठा समाज को आरक्षण नहीं दिया तो यह प्रदर्शन और उग्र किया जाएगा साथ ही इस प्रदर्शन को प्रदेश और देश स्तर पर भी प्रदर्शन निरंतर कर मराठा समाज को आरक्षण देने की मांग की जाएगी।
सोमवार को सैकड़ों की संख्या में कमिश्नर कार्यालय पहुंचे मराठा समाज के पदाधिकारियों ने संभागायुक्त को अपनी मांग रखते हुए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संभागायुक्त को दिए गए इस ज्ञापन में मराठा समाज ने मांग की कि मराठा समाज को पिछड़ा वर्ग में शामिल किया जाए, मराठा समाज पर कानून द्वारा जाति बोधक शब्द पर रोक लगाई जाए, समाज के युवाओं को रोजगार व :ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, मराठा समाज के बच्चों के लिए मराठी भाषी स्कूल का संचालन किया जाए, प्रायोगिक परीक्षाओं में मराठी भाषा का पेपर भी उसमें सम्मिलित किया जाए।
ऐसे ही 17 मांगों को लेकर लेकर मराठा समाज ने ज्ञापन संभागायुक्त को सौंपा। वहीं कमिश्नर कार्यालय पर मराठा समाज जय भवानी… जय शिवाजी के नारे भी लगा रहे थे साथ ही संभागायुक्त को चेतावनी भी दी कि यदि आरक्षण की मांग को पूरा नहीं किया गया तो देश और प्रदेश स्तर पर यह आंदोलन किया जाएगा। सोमवार को कमिश्नर कार्यालय में दिनेश मटके, दिगंबर पुजारी, सन्नी पठारे, सूर्यकांत चौरे, बलीराम गौरे, मिलिंद दिघे, दीपक वाडेकर, रमेश पाटिल, मुरली फावड़े, कृष्ण कुमार, श्रीमती शकुन्तला लिम्बालकर, निहारिका कुंजीर, रानी गायके, चितागणा पड़ोले सहित सैकड़ों मराठा समाज के लोग उपस्थित थे।